आप सभी फ्रीडम251 के बारे में जान ही चुके होंगे कि ये दुनिया का सबसे सस्ता फोन स्मार्टफोन है और वगैरह वगैरह....
लेकिन इसके पीछे ऐसी क्या बात हैं की चीन जिनके पास दुनिया की सबसे सस्ती तकनीक और मैन पॉवर है वो अभी तक ऐसा नही कर पाया या दूसरे इंडियन ब्रांड्स जैसे माइक्रोमैक्स, कार्बन, लावा ये कारनामा नही कर पाये।
और पिछले साल सितम्बर में रजिस्टर्ड कंपनी जिसका न कोई बिज़नेस बैकग्राउंड है ना ही कोई रजिस्ट्रेशन वो सिर्फ 6 महीने में ये कारनामा कर दे तो अचम्भा होना लाजमी हैं |
अगर खबरों की माने तो ये फ्रीडम251 Adcom Mobile के आइकॉन4 की नक़ल हैं जो लगभग 4000 Rs. का हैं और सभी ई कॉमर्स साईट पर अवेलेबल हैं । जब Adcom के सीईओ और फाउंडर संजीव भाटिया से बात की गयी तो उनका कहना था की Ringing Bells ने कुछ समय पहले आइकॉन4 की बड़ी Quantity परचेज की हैं और USA से भी फोन की खरीद की गयी है।
इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन का कहना है कि यदि सबसे सस्ता माल भी कही से ख़रीदा जाए तो भी फ्रीडम251 जैसा फोन कम से कम Rs. 2700 का पड़ेगा और डयूटी टैक्सेज और लाइसेंस फीस आदि को जोड़कर लगभग Rs.4000 का और अगर सरकार Subsidy भी दे तो भी Rs. 3500 से कम का नही पड़ेगा तो फिर कैसे मात्र Rs. 251 में Company ये फोन बेच सकती है।
Ringing Bell ने फोन की बुकिंग चालू कर दी है जबकि डिलीवरी 4 महीने बाद दी जायेगी | अगर सिर्फ 1 लाख लोग भी इस फोन को बुक करते है तो भी कंपनी के पास Rs.2,51,00000 + 40,00,000(Shipping Charges) यानि 2 करोड़ 91 लाख का फण्ड इकठ्ठा हो जाएगा और एक नार्मल बैंक भी इस पर 3-4% ब्याज दे देगी |
Freedom251 फोन के आइकॉन और यूजर इंटरफ़ेस एप्पल i-Phone कि नक़ल है जो कि कॉपीराइट कानून का उल्लंघन हैं |
Ringing Bell का फ्रीडम 251 Bureau of Indian Standards (BIS) के पास लिस्टेड नहीं हैं जिसका मतलब है की फोन का इस्तेमाल रेडिएशन और सिक्यूरिटी कि दृष्टि से सुरक्षित नही है।
सस्ती तकनीक को लोगो तक पहुचाना और Make In India कैम्पेन को सफल बनाना बहुत अच्छी बात है मगर इसके लिए लोगो को भ्रमित करना या सस्ती पब्लिसिटी हासिल करने के लिए ऐसा करने से तो इंडियन गुड्स और मार्केट की इमेज दुनिया में गिरेगी |
ये लेख और इसके विचार व्यक्तिगत नहीं है अपितु Tech.firstpost.com और The Economic Times पर लिखे गए लेखो का हिंदी रूपांतरण हैं|
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